शकरकंद, जिसे हम स्वीट पोटैटो के नाम से भी जानते हैं, सर्दियों में एक लोकप्रिय भोजन है। इसके मीठे स्वाद और पौष्टिक गुणों के कारण लोग इसे पसंद करते हैं। हालांकि, शकरकंद की मीठी प्रकृति के कारण, डायबिटीज के मरीजों को इसे खाने के बारे में चिंता रहती है। क्या शकरकंद को डायबिटीज के मरीजों को खाना चाहिए या नहीं, इस पर आज हम विस्तार से चर्चा करेंगे।
शकरकंद और डायबिटीज
शकरकंद में प्राकृतिक शर्करा (ग्लूकोज) होती है, जो इसे मीठा बनाती है। इसलिए, डायबिटीज के मरीजों को शकरकंद के सेवन को लेकर अक्सर चिंता होती है। लेकिन आयुर्वेद और हालिया शोध से पता चलता है कि शकरकंद का सेवन सीमित मात्रा में करना फायदेमंद हो सकता है। यह इंसुलिन के स्तर को संतुलित करने में मदद कर सकता है और रक्त शर्करा को नियंत्रित रखने में सहायक हो सकता है।
शकरकंद के फायदे
नैशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन (NCBI) द्वारा किए गए एक अध्ययन में यह पाया गया कि शकरकंद में कुछ विशेष फ्लेवोनॉइड्स होते हैं, जो रक्त में शुगर के स्तर को बढ़ने से रोक सकते हैं। इसका मतलब यह है कि शकरकंद, अगर सही तरीके से खाया जाए, तो यह डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद हो सकता है। हालांकि, इसे सीमित मात्रा में ही खाया जाना चाहिए, ताकि इसके लाभ मिल सकें।
डायबिटीज में शकरकंद खाने का सही तरीका
शकरकंद का ग्लाइसेमिक इंडेक्स (GI) पकाने के तरीके पर निर्भर करता है। अगर शकरकंद को सही तरीके से पकाया जाए, तो यह रक्त शर्करा के स्तर पर ज्यादा प्रभाव नहीं डालेगा। निम्नलिखित तरीके हैं जिनसे आप शकरकंद का सेवन सुरक्षित तरीके से कर सकते हैं:
- भुनी हुई शकरकंद: अगर आप भुनी हुई शकरकंद खा रहे हैं, तो 50 ग्राम से ज्यादा नहीं खानी चाहिए।
- उबली हुई शकरकंद: शकरकंद को 30 मिनट तक उबालने के बाद खाएं। इससे इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है और यह रक्त शर्करा को ज्यादा प्रभावित नहीं करता।
- शकरकंद फ्राइज़: शकरकंद के फ्राइज़ भी खाए जा सकते हैं, लेकिन इन्हें अधिक तेल में तलने से बचें।
शकरकंद का सीमित सेवन
यह स्पष्ट है कि शकरकंद का सेवन डायबिटीज में बिल्कुल भी हानिकारक नहीं है, अगर इसे सीमित मात्रा में और सही तरीके से खाया जाए। हालांकि, किसी भी नए आहार को अपनाने से पहले अपने ब्लड शुगर स्तर की जांच कर लेना और डॉक्टर से परामर्श लेना जरूरी है।
निष्कर्ष
डायबिटीज के मरीजों को शकरकंद का सेवन कम मात्रा में और सही तरीके से करना चाहिए। यह रक्त शर्करा नियंत्रित रखने में मदद कर सकता है, लेकिन अधिक सेवन से बचना चाहिए। शकरकंद के फायदे को लेकर यह भय अधिकतर गलत है, अगर इसे संयमित रूप से खाया जाए।
महत्वपूर्ण नोट:
हमेशा महत्वपूर्ण स्वास्थ्य संबंधी बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर या स्वास्थ्य पेशेवर से परामर्श करें। वे आपकी मेडिकल हिस्ट्री और वर्तमान स्वास्थ्य स्थिति के आधार पर व्यक्तिगत मार्गदर्शन प्रदान कर सकते हैं।
यदि आपको कोई स्वास्थ्य संबंधी चिंता है, तो कृपया हमें +91-9058577992 पर संपर्क करें और हमारे अनुभवी डॉक्टरों से मुफ्त परामर्श प्राप्त करें। धन्यवाद।